आरोपी केवल बातें ही नहीं कर रहे थे, बल्कि युवती को बार-बार आर्थिक मदद भी दी जा रही थी। पुलिस को मिली जानकारी के अनुसार, आरोपियों ने युवती के खाते में यूपीआई (UPI) के जरिए अलग-अलग बार रुपये ट्रांसफर किए। कभी 500 रुपये, कभी 1000 रुपये और अधिकतम 3000 रुपये तक की राशि भेजी गई। यह सब तब हो रहा था जब युवती को किसी आर्थिक मदद की आवश्यकता नहीं थी।