ज्योतिष अशोक वार्ष्णेय के मुताबिक उत्तराखंड और देश के लगभग 50 प्रतिष्ठित पंचांगों ने 21 अक्तूबर को शास्त्र सम्मत तिथि मानते हुए दीपावली मनाने का निर्णय दिया है। देश के अनेक शीर्ष ज्योतिष विद्वानों ने विगत सप्ताह बैठक आयोजित कर 21 अक्तूबर को ही दीवाली मनाने की अपील की है। उन्होंने कहा कि 20 अक्तूबर को अमावस्या दोपहर 3:45 बजे से शुरू होकर 21 अक्तूबर को शाम 5:55 बजे तक रहेगी। वहीं 21 अक्तूबर को कई अत्यंत शुभ और दुर्लभ योग बन रहे हैं। ज्योतिष त्रिभुवन उप्रेती के मुताबिक कुमाऊं के प्रतिष्ठित पंचांगों में दीवाली का त्योहार 21 अक्तूबर को निर्धारित किया है। उनके अनुसार, हल्द्वानी समेत पर्वतीय क्षेत्रों में 21 अक्तूबर को ही दिवाली मनाई जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि अगर आम राय नहीं बन पाती है, तो निश्चित रूप से यह त्योहार दो दिन मनाया जाएगा, जिसमें मैदानी क्षेत्र 20 को भी पूजन कर रहे हैं।