जन्माष्टमी के मौके पर दून अस्पताल में कुल सात बच्चों ने जन्म लिया। मध्यरात्रि 12 बजे के बाद, डेढ़ बजे और उसके बाद अलग-अलग समय पर अन्य बच्चों का जन्म हुआ। वहीं, कोरोनेशन अस्पताल में भी छह बच्चों ने जन्म लिया, जिसमें से पहला शिशु देर रात 1:56 बजे पैदा हुआ।