इस कार्रवाई के पीछे लंबे समय से मिल रही शिकायतें और क्षेत्र में अवैध धार्मिक ढांचों का बढ़ता दबदबा प्रमुख कारण बताया जा रहा है। स्थानीय लोगों ने इस कार्रवाई का समर्थन किया है। उनका कहना है कि कॉर्बेट पार्क के आसपास ऐसे निर्माणों से जंगलों को नुकसान पहुंचता है और धार्मिक सौहार्द भी प्रभावित हो सकता है। रामनगर के आसपास अन्य मजारों की भी जांच की जा रही है। वन क्षेत्र, रिसॉर्ट परिसर, नदी किनारे और संवेदनशील स्थानों पर बने अवैध ढांचों की सूची तैयार की जा रही है, जिन पर जल्द कार्रवाई संभव है।