इस आपदा से स्थानीय लोगों और तीर्थयात्रियों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आपदा के तुरंत बाद प्रभावित क्षेत्र का दौरा कर राहत, बचाव और पुनर्निर्माण कार्यों को युद्धस्तर पर शुरू करने के निर्देश दिए।उनके निरंतर मार्गदर्शन और निगरानी में राज्य और केंद्र सरकार के विभिन्न विभागों व एजेंसियों ने समन्वय के साथ कार्य किया। इसके परिणामस्वरूप, आपदा प्रभावित क्षेत्रों में संचार सुविधा, बिजली और पेयजल आपूर्ति को तेजी से बहाल किया गया।