NSUI जिला अध्यक्ष विपिन फर्स्वाण ने कॉलेज प्रशासन पर पक्षपात का आरोप लगाते हुए कहा कि NSUI उम्मीदवारों को फॉर्म नहीं दिए गए, जबकि वे समय से लाइन में खड़े थे। इसके विपरीत ABVP के उम्मीदवारों को फॉर्म दिए गए, जो अन्यायपूर्ण है। उन्होंने आरोप लगाया कि कॉलेज प्रशासन शासन के दबाव में पारदर्शी चुनाव नहीं करवा रहा। प्राचार्य प्रो. एमपी नगवाल ने हंगामे पर खेद जताते हुए कहा,” विश्वविद्यालय के रिजल्ट के आधार पर ही निर्णय लिया गया। मामले की जांच होगी और पारदर्शिता बरती जाएगी।”