राखी बांधने के बाद मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि “ना थाली, ना चंदन केवल एक कपड़े का टुकड़ा, लेकिन उसमें रिश्ते का सच्चा एहसास, सुरक्षा का वचन और मानवता का सबसे सुंदर रूप समाया था। यह कोई सामान्य राखी नहीं थी, यह भरोसे की, अपनत्व की, और उस रिश्ते की जो खून से नहीं, दिल से जुड़ता है।” उन्होंने आश्वासन दिया कि राज्य सरकार हर प्रभावित परिवार के पुनर्वास और मदद के लिए हर संभव कदम उठाएगी।