जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने बताया कि लगातार बारिश और भूस्खलन से सड़कों, पुलों, भवनों, पेयजल योजनाओं, विद्युत तंत्र और कृषि क्षेत्र को भारी नुकसान हुआ है। प्रारंभिक आकलन के अनुसार, विभिन्न विभागों की परिसंपत्तियों को लगभग 1150 करोड़ रुपए की क्षति हुई है। सर्वेक्षण के दौरान टीम ने स्थानीय निवासियों से बातचीत की और पाया कि भूस्खलन और बारिश के कारण कई गांवों का मुख्य मार्गों से संपर्क टूट गया है। आवागमन की सुविधाएं गंभीर रूप से प्रभावित हुई हैं, कई मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं और कुछ परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर विस्थापित करना पड़ा है।